साइंस कॉलेज बिलासपुर में #साइंस_कॉलेज_बचाओ_अभियान अभियान की शुरुआत हुई है यह आंदोलन राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के विरोध में हुआ है

# Admin | 01 Sep, 2022

साइंस कॉलेज बिलासपुर में #साइंस_कॉलेज_बचाओ_अभियान अभियान की शुरुआत हुई है यह आंदोलन राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के विरोध में हुआ है राज्य सरकार द्वारा कुछ दिन पूर्व शा. ई.राघवेंद्र राव विज्ञान महाविद्यालय बिलासपुर को पूर्ण रूप से अंग्रेजी माध्यम करने का आदेश जारी किया है आदेश जारी होते ही छात्रों में खलबली मच गई है । आक्रोशित छात्र इसका विरोध करते हुए छात्र नेता अंकित राज लहरे के नेतृत्व में प्राचार्य के समक्ष शासन के प्रति विरोध दर्ज कराकर अपनी बात रखी , जिसमे प्रमुख रूप से 1. सबसे पहली बात शासन की इस महत्त्वपूर्ण योजना स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय का छात्र स्वागत करते हैं पर नवीन महाविद्यालय खोलकर यह व्यवस्था शुरू की जाए तब तक आवश्यक हो तो अलग अलग 2 पाली में कक्षाएं आयोजित की जाए, एवं अंग्रेजी माध्यम के लिए नवीन प्रवेश प्रकिया शुरू की जाए जिससे छात्रों को विकल्प रहे कि किस माध्यम से पढ़ाई करना है 2.अभी वर्तमान निर्देश में प्रथम वर्ष के बच्चो को जो प्रवेश लिए है उनके ऊपर से इंग्लिश माध्यम थोपी गयी है इसे विकल्प के तौर पर रखे 3. अगर शासन को लगता है कि नवीन महविद्यालय में समय लगेगा तब तक इसी कॉलेज कैम्पस में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई हो पर यह अलग अलग समय मे लगाई जाए सबसे महत्वपूर्ण विषय कॉलेज का नाम परिवर्तन नही होना चाहिये अगर 3 दिन के अंदर उचित निर्णय नहीं लिए जाने पर आगे 5 तारीख से क्रमवत लगातार उग्र आंदोलन करने की बात छात्रों द्वारा कही जा रही है इसमें मुख्य रूप से साइंस कॉलेज की छात्रा नंदिनी श्रीवास, दीप्ति रानी, संजय बघेल, पंकज बंदे , उमेश साहू, सुनील चौहान, प्रेम चंद्रा, राहुल चंद्रा, अभिषेक श्रीवास सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे साइंस कॉलेज के पूर्व छात्र नेता एवं सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश कार्यालय सह प्रभारी श्री पेशीराम जायसवाल ने कहा कि भूपेश सरकार सिर्फ पहले बनी हुई संस्था को नाम चेंज करके वाहवाही लूटने का प्रयास अपने भष्ट्राचारी साथियों को उपकृत कर रही है स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल अभी तक कलेक्टर चला रहे है शिक्षा विभाग अभी तक टेकओवर नही किया है हजारों बच्चो और उसमें कार्यरत कर्मचारी का भविष्य अंधेरे में है स्कूल के लिए बजट में कोई प्रावधान नही है आबकारी विभाग और डीएमएफ मद के बदौलत स्कूल संचालित हो रहे है और इतना ही नही हर जिले में आत्मानंद स्कूल में व्यापक तौर पर भष्ट्राचार हुवा है स्कूल तो ढंग से संचालित नही हो रही और इसके बाद भी भूपेश सरकार अंग्रेजी माध्यम कॉलेज के नाम पर पुरानी ऐतिहासिक और उत्कृष्ट महाविद्यालय को लीपापोती कर उसके विरासत को खत्म करने का प्रयास कर रही है जिसका वर्तमान और पूर्व छात्रों द्वारा विरोध किया जाएगा

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